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अद्भुत भारतीय मालगाड़ी
भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है, यहां पर हर वक्त एक बड़ा बाजार सब का इंतजार करता है, इसीलिए इन सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय रेल की माल गाड़ियां हमेशा कार्य करती है. भारतीय मालगाड़ी ट्रेन दुनिया की सबसे बिजी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज है.

भारतीय ट्रेन में लगभग 9200 माल गाड़ियां, भारतीय जरूरतों को एक छोर से दूसरे छोर तक पूरा करती है. भारत की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्त्रोत और एक प्रमुख जरिया है. भारत की माल गाड़ियां लगभग 500 बिलीयन रुपए का आदान प्रदान करती है. इसीलिए इन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ और यातायात परिवहन स्त्रोत माना जाता है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनको चलाना और इनको एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाना यहां तक कि इनमें सामान को लोड करना और उतरना भी एक जटिल प्रक्रिया है. इसीलिए हम आज भारतीय मालगाड़ी के ऊपर एक प्रमुख विशेष Article लेकर आए हैं जिसमें आप भारत की माल गाड़ियों की प्रमुख विशेषताओं के बारे में समझेंगे और हमें जरूर उस पर कमेंट करेंगे. चलिए शुरू करते हैं.
1. भारत की माल गाड़ियों पर हमेशा 11 डिजिट के नंबर होते हैं, यह डिजिट उनको एक यूनिक और एक स्थाई रूप प्रदान करते हैं. जिस प्रकार भारतीय passenger रेल गाड़ियों में केवल 7 अंकों या 8 अंकों की डिजिट होते हैं जिससे कि हम किसी गाड़ी की संख्या एवं पहचान करते हैं उसी प्रकार से भारतीय माल गाड़ियों में 11 डिजिट उनकी संख्या और उनकी पहचान के बारे में दर्शाते हैं.
अगर कोई भारतीय मालगाड़ी डीजल की है या इलेक्ट्रिक की है तो उसे अलग अलग साइन या नंबर से बताया जाता है. इस प्रकार से अगर कोई बिजनेसमैन अपनी सामान या अपनी व्यवस्था को सही तरीके से अंकित या जानना चाहता है तो वह इस 11 डिजिट के नंबर से उस मालगाड़ी की संख्या स्थान और दूरी का पता लगाता है.
2. भारतीय रेल गाड़ियां प्रतिदिन 1100 मिलियन टन का वजन और सामान दूसरे स्थान तक पहुंचाती है. यह पूरे विश्व में एक अद्भुत रिकॉर्ड है.
3. एक भारतीय मालगाड़ी की लंबाई तकरीबन डेढ़ किलोमीटर के आसपास होती है. हर एक कोच की लंबाई तकरीबन 3600 मीटर और उनकी चौड़ाई तकरीबन 7 मीटर की होती है. इनकी ऊंचाई तकरीबन 7:30 मीटर की होती है जिससे कि इनको सामान रखने और काफी जगह लेने में आसानी होती है.

4. भारतीय रेल के पास तकरीबन तीन लाख से ज्यादा भारतीय मालगाड़ी डिब्बों की संख्या मौजूद है. यह अपने आप में माल गाड़ियों के डिब्बों की संख्या पूरे विश्व में सबसे अधिक दर्शाती है.
5. भारतीय माल गाड़ियां तकरीबन 24 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रोजाना चलती है.
6. भारतीय रेल गाड़िया इस वक्त अपनी सबसे अधिकतम रफ़्तार से और अधिकतम क्षमता के साथ कार्य कर रही है. यह आंकड़ा पूरे विश्व में मालगाड़ी के संचालन एवं उनके कार्य का है. भारतीय माल गाड़ियां अब तक की सबसे लंबी रेल गाड़ियों में से एक और उनकी सबसे शानदार संचालन में से एक है.
7. भारतीय माल गाड़ियों की माल ढुलाई की लागत पूरे विश्व में सबसे कम है. हालांकि चाइना में यह तकरीबन हमारे आस पास है किंतु फिर भी भारत ने अपनी सबसे कम लागत वाली माल ढुलाई पहुंच पूरे विश्व में बना कर रखी है. यह भारत को सबसे बड़े बाजार और उभरते हुए बाजार को बनाने में सक्षम और सहायक साबित होती है. पूरे विश्व में अगर आपको बिजनेस करने के लिए भारतीय रेल गाड़ियों के उपयोग माल ढुलाई की प्रक्रिया में सबसे सस्ती दरों पर परिवहन का खर्च आता है.
अगर इसकी तुलना रोड परिवहन से की जाए तो यह तकरीबन 10% की लागत भी ही आपको माल ढुलाई कर देते हैं. यानी अगर आप ट्रकों से अपने सामान का आवागमन करते हैं. तो आपका शॉपिंग मूल्य तकरीबन 10% से ज्यादा बढ़ जाता है. जो कि किसी भी बिजनेस के लिए एक बहुत बड़ा मार्जिन होता है.

8. भारतीय लोकोमोटिव संचालित रेलगाड़ियां 12100 हॉर्स पावर से चलती है. जिसकी वजह से इनमें पर्याप्त गति और उचित संतुलन बना रहता है.
9. भारतीय रेल गाड़िया सीधे तौर पर अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाओं के साथ जुड़ी रहती है जिससे कि सामान को पहुंचाना और दूसरी जगह से ले आना बहुत ही आसान होता है.
10. भारतीय माल गाड़ियों के लिए एक नया कॉरिडोर 2020 में बनकर तैयार है. इसकी वजह से भारतीय रेल गाड़ियों की क्षमता अन्य देशों के साथ भी जुड़ जाएगी जिससे कि भारत पूरे विश्व का सबसे बड़ा रेलगाड़ी मालवाहक केंद्र बनने में स्थापित हो सकता है. जिस प्रकार से अभी चाय का सबसे बड़े समुद्र वहां के रूप में स्थापित है अगर यह प्रक्रिया पूरी होती है तो भारत पूरे विश्व में अपनी माल को पूरे विश्व में पहुंचाने के लिए भारतीय माल गाड़ियों के प्रयोग में लिया जाएगा.
11. भारतीय माल गाड़ियां के रखरखाव के शब्दों के लिए तकरीबन 7000 रेल कर्मचारी हमेशा तत्पर रहते हैं जिससे कि माल प्रक्रिया सुचारू रूप से चल चलती रहती है.
12. भारतीय रेल गाड़ियों में मालवाहक ट्रेनों की क्षमता तकरीबन 55 प्रतिशत रहती है.
13. भारतीय माल गाड़ियों में लगी सूचना सहायक प्रणाली, बिजनेस उपभोक्ताओं को मालगाड़ी की तत्काल स्थिति एवं उनकी प्रभावी पहुंच को दर्शाती है, जिसे बिजनेस प्रक्रियाओं को आने वाले समय के अनुसार निर्धारित कर सकता है. माल ढुलाई की प्रक्रिया तकरीबन ज्यादा शुद्ध और आसान हो जाती है.

14. भारतीय माल गाड़ियां तकरीबन भारत के सभी हिस्सों एवं कोणों से होकर गुजरती है, इस प्रकार यह माल गाड़ियां लगभग भारत के 70 से 72% तक की आबादी को उनकी जरूरत का सामान प्रदान करते हुए चलती है जो कि अपने आप में पूरे विश्व का एक बहुत बड़ा क्षेत्र माना जाता है.
15. भारतीय माल गाड़ियों की आज तक की दुर्घटनाओं में से केवल एक घटना ऐसी पाई गई है जिसमें की जान माल का नुकसान हुआ अन्यथा सभी प्रकार की संचालन आज तक बहुत ही अच्छे और उत्तम गति से चल रहे हैं.
16. भारतीय माल गाड़ियों को सौर ऊर्जा पर चलाने की प्रक्रिया को क्रियान्वित किया जा चुका है तथा यह 2025 में रेल की पटरी हो पर क्रियान्वित हो जाएगा. यह पूरे विश्व में मालवाहक क्षेत्र में सबसे उत्तम और क्रांतिकारी परिवर्तन होगा. इससे तकरीबन भारत की एक प्रतिशत ऊर्जा की कम खपत एवं ज्यादा उपयोग हो पाएगा.
Conclusion
भारतीय रेल पूरे विश्व में दिन-प्रतिदिन में इतिहास को कायम कर रही है. उसके साथ ही भारतीय बहुत ही तेजी के साथ विकसित हो रहे हैं. भारत में परिवहन और यात्राएं करना ज्यादा सुगम ज्यादा आसान हो रहा है.
उसके लिए भारतीय माल गाड़ियां और भारतीय रेल गाड़ियां दोनों ही लोग और सामान की ढुलाई करने में बहुत ही उत्तम कार्य कर रहे हैं. हमें अधिक कर बहुत खुशी होती है कि हमारी टेक्नोलॉजी और कार्य करने की क्षमता में बहुत ही तेजी से विकास हो रहा है.
भारतीय माल गाड़ियां लोगों को नए अवसर प्रदान कर रही हैं उनको नए बिजनेस को शुरू करने में, लोगों तक पहुंच बनाने में और लोगों को नई सुविधाएं प्रदान करने में.
हम भारतीय रेल का हार्दिक आभार और हार्दिक अभिनंदन करते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह इसी प्रकार और तेजी से क्रियान्वित होगी तथा भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नए स्तर पर पहुंचाएगी. धन्यवाद!
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